नमस्कार दोस्तों, मुझे बताते हुए बड़ी ख़ुशी हो रही है की मेरे हाथ मेरे दादा जी का असली प्राचीन इंद्रजाल किताब हाथ लगी है | जिसको मेरे दादा जी छुपा कर रखते थे | अब दादा जी तो नहीं रहे लेकिन उनकी पुरानी इंद्रजाल किताब मुझे उनके बक्से मे मिली | लेकिन आप चिंता मत करो अब मैं इस किताब की वीडियो बनाकर अपने ब्लॉग पर डाला करूँगा | जिससे ये हमारी विद्या लुप्त ना हो | मैं अपने ब्लॉग मे रोजाना इन्द्रजक किताब का एक पन्ना की वीडियो बनाकर डाला करूँगा ! धन्यवाद नोट : मेरे दादाजी इस किताब को इस लिए छुपा कर रखते थे क्योंकि मेरे ताऊ जी इस किताब को जब पड़ने बैठ जाते थे तो आठ आठ घंटे तक पड़ते रहते थे क्योंकि मेरे ताऊजी इंद्रजाल किताब की सिद्धियों को पड़ते थे तो सोचते थे की क्या ऐसी भी सिद्धिया होती है और पड़ते पड़ते अनेक सिद्धियों को देखते जाते थे और आठ आठ घंटे उठते नहीं थे तो मेरे दादाजी कहते थे कि ये किताब ख़तरनाक है इसको मत पड़ा कर | इसको पड़ने से पागल हो जाते हैँ लेकिन मेरे ताऊजी नहीं मानते थे, तो मेरे दादा जी ने इस किताब को हम सबसे छुपाकर रख दिया था | लेकिन अब ये किताब मुझे मिली है, आप...
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